UP Winter: यूपी में शीतलहर का प्रकोप, मेरठ सबसे ठंडा, कानपुर में रेड अलर्ट जारी, मौसम विभाग ने जताई पाले की आशंका
उत्तर प्रदेश में शीतलहर का प्रकोप गहराता जा रहा है। जिन इलाकों में रात का तापमान पांच डिग्री से नीचे दर्ज हो रहा है, वहां पाला पड़ने के आसार बढ़ गए हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि अभी दो-तीन दिन शीतलहर जारी रहेगी।
शीतलहर से प्रभावित प्रदेश के उत्तर पश्चिमी हिस्से में कहीं-कहीं पाला पड़ेगा। पाला पड़ने से फसलों के नुकसान की आशंका बनी हुई है। प्रदेश में मेरठ और कानपुर सबसे ठंडा रहा। मेरठ में रात का पारा 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं कानपुर में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है।
अगले दो दिन तक जारी रहेगी शीतलहर
मौसम विभाग के अनुसार, सर्द उत्तर पश्चिमी हवा के असर के चलते रात के तापमान में आई भारी गिरावट के कारण प्रदेश के पश्चिमी और जुड़े हुए मध्यवर्ती इलाकों में शीतलहर जारी है। इस वजह से अत्यधिक घने कोहरे की परत के चलते दिन में धूप नहीं निकल रही है और सीवियर कोल्ड डे यानि अति शीत दिवस का माहौल बना हुआ है। फिलहाल अगले दो दिनों तक यही सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद सतही स्तर पर हवा का रुख बदल कर पुरवा होने की स्थिति में मौसम में बदलाव की संभावना है। 17 जनवरी से कुछ राहत मिल सकती है।
बीते 24 घंटे के दौरान राज्य में अनेक स्थानों पर कहीं घना तो कहीं बहुत घना कोहरा छाया रहा। पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहीं-कहीं सीवियर कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है यानि धूप नहीं निकल रही और दिन में भी घना कुहासा बना रहा। शनिवार को रात का तापमान गोरखपुर मण्डल में सामान्य से काफी कम, कानपुर, मुरादाबाद, आगरा, मेरठ मण्डलों में सामान्य से कम दर्ज किया गया। दिन का तापमान गोरखपुर मण्डल में सामान्य से काफी कम, वाराणसी, अयोध्या, कानपुर, लखनऊ, बरेली, मुरादबाद और मेरठ मण्डल में सामान्य से कम दर्ज किया गया।
फसलों को हो सकता है नुकसान
विशेषज्ञों के अनुसार, पाले से फसलों को नुकसान का अंदेशा है। खासतौर पर आलू, सरसों, राई, दलहनी फसलें, प्याज, मिर्च, बैंगन और टमाटर की फसल को नुकसान पहुंच सकता है। पाला पड़ने से आलू की फसल में पछैती झुलसा रोग लगने की आशंका है।
कानपुर में सदी से कंपकपाए लोग
कानपुर में तेज बर्फीली सर्द हवाओं और कोहरे के आगोश में रहा। रविवार को कानपुर प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। सर्दी और कोहरे को देखते हुए शहर में रेड अलर्ट जारी किया गया है। इससे जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। मौसम विभाग के अनुसार, फिलहाल 17 जनवरी तक ऐसी सर्दी से राहत मिलने की संभावना नहीं है। सुबह की शुरुआत ही बेहद घने कोहरे से हुई। दृश्यता इतनी कम हो गई कि अपने पास कुछ भी नहीं देखा जा सकता था। तेज सर्द हवाओं से गलन व ठिठुरन इतनी ज्यादा थी, जिसने सीजन के सबसे सर्द दिन और रात का अहसास करा दिया। सीजन का ऐसा पहला दिन रहा, जिसमें जनजीवन पर सर्वाधिक असर पड़ा।
दिन का तापमान 4.4 डिग्री तक गिरा
कानपुर में रविवार को अधिकतम तापमान में 04.4 डिग्री की कमी आ गई। अधिकतम पारा 18.4 से 14.0 डिग्री पर आ गया। दिन भर नाममात्र की धूप रहने से शनिवार को अधिकतम तापमान में यह गिरावट आई। यह सामान्य से 2.4 डिग्री कम रहा। न्यूनतम पारा 3.6 डिग्री रहा जो सामान्य से 03 डिग्री कम है। रात का पारा लगातार दो दिन 3.0 डिग्री रहा था लेकिन शनिवार को यह 3.6 डिग्री हो गया।
20-25 की रफ्तार से चलीं बर्फीली हवाएं
रात-दिन बीच-बीच 20 से 25 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से बर्फीली हवाएं चलती रहीं। इन हवाओं ने गलन बढ़ा दी। बेहद बर्फीली हवाओं के कारण गलन और ठिठुरन अपने चरम पर पहुंच गई। नमी का अधिकतम प्रतिशत 97 और न्यूनतम 84 रहने का भी असर सर्दी पर पड़ा। नमी न कम होने से गलन लगातार बनी हुई है।
न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री रहा
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग के अनुसार न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। यह प्रदेश में सबसे कम है। इसके विपरीत आईएमडी ने इसे त्रुटिपूर्ण ढंग से 6.6 डिग्री दर्शाया है। आईएमडी ने अधिकतम तापमान दर्ज नहीं दिखाया है। नगर का अधिकतम पारा 14 डिग्री रहा है। प्रदेश के अन्य कुछ शहरों में दिन का पारा 14 से कुछ कम रहा, जिसमें आजमगढ़, बरेली, चंदौली, गाजीपुर आदि शामिल हैं।
अभी जारी रहेगी शीतलहर
सीएसए के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि फिलहाल पश्चिमी विक्षोभ के कारण सर्दी बढ़ी है। 16 जनवरी से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। कानपुर मंडल सहित गंगा के मैदानी इलाकों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में कोहरे की घनी चादर छाई हुई है, जिससे इस क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। आईएमडी ने शीतलहर और कोहरे के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। फिलहाल शीतलहर से राहत की उम्मीद नहीं है। 17 तक अलर्ट बना रहेगा।