अब सभी विद्यालयों की निर्धारित होगी स्वच्छता रैंकिंग
Cleanliness ranking of schools will be determined
हमीरपुर। ग्राम पंचायतों की तर्ज पर अब सभी विद्यालयों की भी स्वच्छता रैंकिंग निर्धारित की जाएगी। यही नहीं उच्च रैंकिंग वाले विद्यालयों को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा।
इसके लिए विद्यालयों को एसएचवीआर (स्वच्छ एवं हरित विद्यालय रेटिंग) पोर्टल या मोबाइल एप पर 30 सितंबर तक स्व-मूल्यांकन रिपोर्ट जमा करना अनिवार्य किया गया है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर विद्यालयों का स्वमूल्यांकन कराते हुए निर्धारित पोर्टल पर नामांकन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। इसमें यू डायस प्लस कोड वाले सभी सरकारी, सहायता प्राप्त, आवासीय विद्यालय, अल्पसंख्यक संस्थान, केंद्र से संचालित विद्यालय सहित निजी और सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों का मूल्यांकन पांच प्रमुख बिंदुओं स्वच्छता और सफाई, पर्यावरणीय स्थिरता, व्यवहार परिवर्तन, समावेशी वातावरण और उत्कृष्टता पर किया जाएगा। इसके आधार पर उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
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इन बिंदुओं पर होगा मूल्यांकन
स्वच्छ और हरित विद्यालय का मूल्यांकन विभिन्न बिंदुओं पर किया जाएगा। यथा विद्यालयों में जल संरक्षण और उपलब्धता, शौचालयों की क्रियाशीलता, दिव्यांगजन के लिए अनुकूल संरचना, हाथ धोने की व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण, स्वच्छता अभियान, परिसंपत्तियों का रखरखाव, पर्यावरण संरक्षण, ईको क्लब व हरित पहल जैसे संकेतकों पर अंक दिए जाएंगे। विद्यालय प्रमुख को अपने यू-डायस कोड और पंजीकृत मोबाइल नंबर की मदद से संबंधित पोर्टल पर लॉगिन कर ऑनलाइन सर्वे को 30 सितंबर तक पूरा करना होगा।
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शासन से दिशा निर्देश मिले हैं। ग्राम पंचायतों की तर्ज पर अब सभी विद्यालयों की भी स्वच्छता रैंकिंग निर्धारित की जाएगी। इसके लिए सभी विद्यालयों को निर्देश जारी किए जा रहे हैं। - आलोक सिंह, बीएसए।
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