गणित का डर दूर करने को मॉडल बनाकर पढ़ेंगे बच्चे
Math Model in Basic school
प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के मन से गणित का डर दूर करने के लिए मॉडलों का प्रयोग किया जाएगा। बच्चे अपने शिक्षकों के सहयोग से जोड़ मशीन, गुणा की चरखी, कैलेंडर पॉकेट, संख्या कार्ड जैसे मॉडल बनाएंगे।
Math Model in Basic school |
इसके लिए शासन ने बजट भी जारी कर दिया है। पठन-पाठन में टीचिंग लर्निंग मैटेरियल का बहुत बड़ा योगदान होता है। प्राथमिक कक्षाओं में इनका महत्व और भी बढ़ जाता है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इसे बखूबी समझा है। टीएलएम के निर्माण के लिए प्रदेश भर के स्कूलों को करीब 26 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। बरेली के स्कूलों को भी 52 लाख रुपये की धनराशि भेजी गई है।
इसके साथ ही विषय बार टीएलएम की सूची भी जारी की गई है। सबसे अधिक जोर गणित पर है। प्राथमिक कक्षाओं के बच्चे गणित के मॉडल तैयार करेंगे। इसमें जोड़ मशीन, संख्या बताने वाला कछुआ, गुणा की चरखी, काउंटिंग मशीन, कैलेंडर पॉकेट, संख्या निर्माण यंत्र, पहाड़ों वाला पहिया, भिन्नों वाली किताब, जियो बोर्ड, गिनतारा जैसे मॉडल शामिल हैं। इन मॉडलों के निर्माण के लिए सामग्री की खरीद की जाएगी। मॉडलों की मदद से पढ़ते हुए बच्चे गणित के दबाव से खुद को मुक्त कर सकेंगे। अन्य विषयों के भी बनेंगे मॉडल गणित के साथ ही अन्य विषयों के मॉडल भी तैयार किए जाएंगे। इसमें हिंदी में लकड़ी की वर्णमाला, स्वरों के कार्ड, कहानी निर्माण कार्ड, हैंगिंग कार्ड, पंखनुमा शब्द, वाक्य निर्माण चक्का, वाक्य फिरकी, सर्वनाम वृक्ष, संज्ञा वाटिका जैसे मॉडल तैयार होंगे। अंग्रेजी में कलर्स फ्लैश कार्ड, एल्फावेट फिल्प कार्ड, बिंगो कार्ड, इंग्लिश बाराखाड़ी जैसे मॉडल होंगे। पर्यावरण अध्ययन में रेन हार्वेस्टिंग मॉडल, जल चक्र जैसे मॉडल तैयार होंगे। बीएसए संजय सिंह ने बताया कि बच्चों को टीएलएम की मदद से पढ़ाने का निर्देश दिया गया है। इससे शिक्षण का तरीका रोचक होगा।
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