शिक्षकों का वेतन जारी कर फंसे बीएससए, जांच के आदेश
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मथुरा
बेसिक शिक्षा विभाग के 5 शिक्षकों का वेतन जारी करने के मामले में जिलाधिकारी ने जांच टीम गठित कर दी है। डीएम की इस कार्रवाई से बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मच गई है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र कुमार सिंह ने कथित तौर पर पांच फर्जी शिक्षकों के वेतन निकाले जाने के आदेश जारी किए थे। ये शिक्षक उन 19 शिक्षकों में शामिल थे, जिनके खिलाफ 20 दिसंबर 2016 को तत्कालीन बीएसए मनोज मिश्रा ने मुकदमा दर्ज कराने एवं सेवा समाप्त के आदेश दिए थे। इसके साथ ही गणित-विज्ञान शिक्षक भर्ती के दिवाकर कौशिक नामक शिक्षक का वेतन निकालने की भी कार्यवाही कर दी गई थी। इन सभी शिक्षकों के वेतन निकाले जाने संबंधी पत्रावलियां जब वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक (एओ) के कार्यालय पहुंची तो उन्होंने विसंगतियों के आधार पर बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर कुछ बिंदुओं पर जवाब मांग लिया।
एओ ने इन शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों के सत्यापन संबंधी पत्रावली मांगते हुए तत्कालीन बीएसए के एफआईआर व सेवा समाप्ति संबंधी आदेश का हवाला दिया। साथ ही वेतन निर्गत संबंधी पत्रावली पर सवाल उठाए थे। मामला जिलाधिकारी पुलकित खरे के संज्ञान में आया तो उन्होंने इस प्रकरण की जांच के लिए टीम गठित कर दी है।
बीएसए द्वारा कथित तौर पर फर्जी शिक्षकों का वेतन जारी करने संबंधी आदेश दिए जाने की जानकारी मिली है। इस प्रकरण की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलकित खरे, जिलाधिकारी