UP Board Exam 2026: फर्जी एग्जामिनर की बंद होगी एंट्री, ID कार्ड, फोटो और बायोडाटा देखकर ही होगा प्रैक्टिकल

UP Board Exam 2026: फर्जी एग्जामिनर की बंद होगी एंट्री, ID कार्ड, फोटो और बायोडाटा देखकर ही होगा प्रैक्टिकल

UP Board Practical Exam 2026: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा 2026 को लेकर इस बार पहले से कहीं ज्यादा सख्त और पारदर्शी व्यवस्था की तैयारी शुरू कर दी है.

खासतौर पर इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में पिछली बार सामने आई अनियमितताओं और फर्जी परीक्षकों की शिकायतों को देखते हुए बोर्ड अब तकनीक और निगरानी के सहारे परीक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में जुट गया है. प्रयागराज स्थित यूपी बोर्ड मुख्यालय में हुई अहम बैठक के बाद कई बड़े फैसले लिए गए हैं, जिनका सीधा असर लाखों छात्रों और हजारों स्कूलों पर पड़ेगा.

फर्जी परीक्षकों पर नकेल कसने की तैयारी

बीते कुछ वर्षों में यह शिकायतें सामने आई थीं कि कुछ परीक्षा केंद्रों पर अधिकृत परीक्षकों की जगह फर्जी परीक्षक पहुंच गए. इसी समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में अधिकृत परीक्षकों को आई-कार्ड जारी करने पर गंभीरता से विचार कर रहा है. योजना के तहत परीक्षक की फोटो और पूरा बायोडाटा पहले से ही संबंधित स्कूलों को भेजा जाएगा. स्कूल के प्रधानाचार्य संतुष्ट होने पर ही परीक्षक को प्रैक्टिकल परीक्षा लेने की अनुमति देंगे.


धमकी और दबाव की शिकायतों पर सख्ती

कुछ स्कूलों से यह भी शिकायतें मिली थीं कि परीक्षकों या विद्यालयों को धमकियां दी जाती हैं. बोर्ड ने साफ कर दिया है कि ऐसी किसी भी शिकायत पर उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 2024 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसका मकसद है कि परीक्षा प्रक्रिया पूरी तरह निष्पक्ष और भयमुक्त रहे.

मोबाइल ऐप से अंक अपलोड, तय होगी सीमा

परीक्षा की पारदर्शिता बढ़ाने के लिए मोबाइल ऐप के जरिए अंक अपलोड करने की व्यवस्था को और सख्त किया जा रहा है. एक परीक्षक एक दिन में अधिकतम 70 से 80 परीक्षार्थियों की ही प्रैक्टिकल परीक्षा ले सकेगा और उतने ही छात्रों के अंक ऐप पर अपलोड कर पाएगा. सीमा पूरी होते ही ऐप अपने आप लॉक हो जाएगा. परीक्षा की तारीख बदलने पर ही अगले छात्रों के अंक अपलोड किए जा सकेंगे.

दो चरणों में होंगी इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षाएं

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षाएं 2026 में दो चरणों में आयोजित होंगी. पहला चरण 24 जनवरी से 1 फरवरी 2026 तक होगा, जिसमें आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडल शामिल हैं. हालांकि, 29 और 30 जनवरी को यूपीटीईटी परीक्षा के कारण प्रैक्टिकल नहीं होंगे.

दूसरा चरण 2 फरवरी से 9 फरवरी 2026 के बीच आयोजित किया जाएगा, जिसमें अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी और गोरखपुर मंडल शामिल हैं. प्रयागराज में माघ मेला और प्रमुख स्नान पर्वों को देखते हुए यहां परीक्षाएं बाद में रखी गई हैं.

सीसीटीवी निगरानी और रिकॉर्डिंग अनिवार्य

प्रैक्टिकल परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में कराई जाएंगी. प्रधानाचार्यों को परीक्षा की रिकॉर्डिंग सुरक्षित रखनी होगी और आवश्यकता पड़ने पर बोर्ड को उपलब्ध करानी होगी. इससे किसी भी तरह की गड़बड़ी की जांच आसानी से हो सकेगी.

हाईस्कूल प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट

हाईस्कूल की प्रैक्टिकल परीक्षाएं पिछले वर्ष की तरह स्कूल लेवल पर इंटरनल असेसमेंट यानी प्रोजेक्ट वर्क के आधार पर होंगी. परीक्षार्थियों को अपने फॉरवर्डिंग सेंटर के प्रधानाचार्य से संपर्क कर परीक्षा में शामिल होना होगा. नैतिक शिक्षा, योग, खेल और शारीरिक शिक्षा के अंक 10 जनवरी 2026 से यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे.

प्री-बोर्ड और वार्षिक परीक्षाओं का शेड्यूल

कक्षा 12वीं की प्री-बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षाएं जनवरी 2026 के पहले सप्ताह में होंगी. वहीं, कक्षा 10वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड लिखित परीक्षाएं जनवरी के दूसरे सप्ताह में आयोजित की जाएंगी.
इसके अलावा, कक्षा 9 और 11 की वार्षिक परीक्षाएं जनवरी के आखिरी सप्ताह और फरवरी के पहले सप्ताह में कराई जाएंगी.

18 फरवरी से शुरू होंगी बोर्ड परीक्षाएं

यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की मुख्य परीक्षाएं 18 फरवरी से 12 मार्च 2026 के बीच प्रस्तावित हैं. इस परीक्षा में कुल 52 लाख 30 हजार 297 छात्र रजिस्टर्ड हैं, जिनमें हाईस्कूल के 27 लाख 50 हजार 945 और इंटरमीडिएट के 24 लाख 79 हजार 352 छात्र शामिल हैं.

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