प्रतियोगियों में भर्ती संस्थाओं के प्रति रोष, आंदोलन की तैयारी, भर्तियों से संबंधित अलग-अलग बिंदुओं को लेकर आंदोलनरत हैं प्रतियोगी competition exam

प्रतियोगियों में भर्ती संस्थाओं के प्रति रोष, आंदोलन की तैयारी, भर्तियों से संबंधित अलग-अलग बिंदुओं को लेकर आंदोलनरत हैं प्रतियोगी

प्रयागराज। भर्ती संस्थाओं के प्रति प्रतियोगियों में एक बार फिर नाराजगी बढ़ती दिख रही है। अलग-अलग मुद्दों को लेकर वे लगातार आंदोलनरत हैं और बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। विधानसभा चुनाव से पहले प्रतियोगियों की इस नाराजगी को लेकर सियासी मंच भी तैयार होने लगा है।

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, शिक्षा सेवा चयन आयोग के साथ प्रतियोगियों का एक वर्ग अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की भर्तियों को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है। इन आंदोलनों में समाजवादी छात्रसभा, एनएसयूआई, आइसा, दिशा छात्र संगठन जैसे राजनीतिक दलों के छात्र संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हो रहे हैं और मुद्दों को बड़ा बनाने में जुटे हैं।




सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष यादव अखिलेश लगातार प्रतियोगियों की मांग को उठा रहे हैं। आरक्षण नियमों, संशोधित उत्तर कुंजी जारी करने समेत अन्य मांगों को लेकर पिछले दिनों लोक सेवा आयोग पर धरना-प्रदर्शन करने वाले प्रतियोगियों का भी समर्थन किया था। प्रतियोगियों के मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी मार्च निकाल चुके हैं।


यूपीपीएससी के खिलाफ बड़े हुंकार की तैयारी

संशोधित उत्तर कुंजी और श्रेणीवार कटऑफ, अभ्यर्थियों के प्राप्तांक जारी करने, पीसीएस मुख्य परीक्षा में भी वस्तुनिष्ठ आधारित प्रश्नपत्र की उत्तर कुंजी जारी करने समेत अनेक मांगों को लेकर प्रतियोगी छात्र संगठन, संयुक्त प्रतियोगी हुंकार मंच, प्रतियोगी छात्र प्रतिनिधिमंडल आदि संगठनों की ओर से आंदोलन जारी है। अब इनकी ओर से बड़े आंदोलन की तैयारी की गई है।


भर्ती नहीं होने से शिक्षा सेवा चयन आयोग के खिलाफ है नाराजगी

उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग दो साल में कोई भर्ती नहीं कर सका। टीजीटी और पीजीटी के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं, लेकिन दोनों पदों की भर्ती परीक्षाएं पांच-पांच बार टाली जा चुकी हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा कराई गई लेकिन वह भी विवादों में है। प्रतियोगी परीक्षा नियंत्रक को भी हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।

अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के खिलाफ भी शुरू हुआ आंदोलन

लोक सेवा और शिक्षा सेवा चयन आयोग के बाद अब प्रतियोगियों का एक वर्ग उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के खिलाफ भी आंदोलनरत है। आयोग की ओर से लेखपाल भर्ती की घोषणा की गई है। इसमें आरक्षण नियमों का पालन न होने का आरोप लगाते हुए प्रतियोगियों ने ज्ञापन सौंपा है।

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