छात्रों के डिजिटल उपस्थित में लापरवाही बरत रहे हैं शिक्षक, रैंकिंग खराब Online Attendance system

छात्रों के डिजिटल उपस्थित में लापरवाही बरत रहे हैं शिक्षक, रैंकिंग खराब

देवरिया, निज संवाददाता। परिषदीय विद्यालयों में छात्रों का डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने में शिक्षक लापरवाही बरत रहे हैं। शिक्षकों द्वारा डिजिटल उपस्थित दर्ज करने में रूचि न दिखाने के कारण जिले की रैंकिंग बेहद खराब रही है।

प्रदेश स्तर से जारी रैंकिंग में जिले में महज 2.38 फीसदी छात्रों का ही उपस्थित पोर्टल पर भरा जा सका है। उपस्थिति दर्ज करने में रूचि न दिखाने वाले शिक्षकों को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। जिले में 2121 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं, इन विद्यालयों में छात्रों की उपस्थित पंजिका रजिस्टर पर लिया जाता है। इसके अलावा अध्यापकों की भी उपस्थित अध्यापक पंजिका पर ही ली जाती है।


वहीं अन्य शैक्षिक कार्य के लिए विद्यालयों में एमडीएम पंजिका, मोमेन्ट पंजिका, एसएमसी पंजिका, स्टॉक पंजिका समेत 12 पंजिकाओं का उपयोग किया जाता है। अब इन विद्यालयों में छात्रों की उपस्थित डिजिटल तरिके से पोर्टल पर दर्ज करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा निर्देश दिए गए हैं। जिससे छात्रों की संख्या सीएम डैशबोर्ड पर भी प्रदर्शित होगी। वहीं स्टूडेन्ट अटेन्डेंश प्रोजेक्ट को जिले के रैंकिग निर्धाण में भी शामिल किया गया है। ऐसे में विद्यालयों के शिक्षक पोर्टल पर छात्रों की उपस्थित दर्ज करने में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। शिक्षकों द्वारा छात्रों की डिजिटल उपस्थिति दर्ज करने में लापरवाही बरतने के कारण प्रदेश स्तर से जारी रैंकिंग में जिले की स्थिति बेहद खराब हैं। जिले में महज 2.38 फीसदी छात्रों का ही पोर्टल पर उपस्थिति भरा जा सका हैं, जो संतोष जनक नहीं है। इसको लेकर बेसिक शिक्षा कार्यालय द्वारा शिक्षकों को छात्रों का जिम्मेदारी के साथ डिजिटल उपस्थित दर्ज करने का निर्देश दिया गया है।

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