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यूपी के दो सरकारी टीचरों को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित Teachers Award

यूपी के दो सरकारी टीचरों को मिलेगा राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार, राष्ट्रपति करेंगी सम्मानित

उत्तर प्रदेश के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई है। सम्मान पाने वाले शिक्षकों में भदोही के रामलाल सिंह यादव और मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी हैं।

केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की घोषणा कर दी है। देश भर से कुल 45 अध्यापकों को इस वर्ष का यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलेगा।


शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की ओर से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के चयनित सभी 45 शिक्षकों की सूची जारी की गई। इस सूची में यूपी के जिन दो शिक्षकों का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन किया गया है, उनमें उच्च प्राथमिक विद्यालय बदवापुर, भदोही के राम लाल सिंह यादव हैं। वहीं दूसरी शिक्षिका पीएमश्री कम्पोजिट विद्यालय रानी कर्नावती, मिर्जापुर की मधुरिमा तिवारी हैं। प्रदेश के दोनों शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से नवाजे जाने पर तमाम शिक्षक संगठनों ने चयनित शिक्षकों को बधाई दी है। शिक्षक दिवस पर पांच सितम्बर को नई दिल्ली में चयनित शिक्षकों को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

कोई जुनून बिना संघर्ष के नहीं आता। यह कथन भदोही के शिक्षक राम लाल सिंह यादव के जीवन और कार्यों पर पूर्ण रूप से लागू होता है। 16 वर्षों के समर्पित शिक्षण सफर मे उन्होंने प्राथमिक विद्यालय श्रीपुर, प्राथमिक विद्यालय चितईपुर और उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़वापुर के बच्चों को नवोदय विद्यालय, विद्या ज्ञान, राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित परीक्षा, श्रेष्ठ, अटल आवासीय विद्यालय, आश्रम पद्धति विद्यालय, प्रधानमंत्री यशस्वी स्कॉलरशिप, भारतीय डाक विभाग, नेशनल इंस्पायर अवार्ड जैसी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार किया। उनके प्रयासों का परिणाम यह रहा कि इन विद्यालयों से 150 से अधिक बच्चों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में सफलता हासिल की है।

स्मार्ट क्लास के बाद स्कूल में बढ़ी बच्चों की संख्या

मिर्जापुर के लालडिग्गी स्थित पीएमश्री कंपोजिट स्कूल रानीकर्णावती की प्रभारी प्रधानाध्यापिका मुधरिमा तिवारी को भी राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार मिलेगा। इसे लेकर उन्होंने बताया कि यह पुरस्कार मेहनत, लगन और बेहतर कार्य के आधार पर मिला है। वर्ष 2017 में रानी कर्णावती विद्यालय में ज्वाइन करने पर विद्यालय में छात्रों की संख्या महज 56 थी। जिसे बढ़ाते हुए वर्तमान में 218 कर दिया गया है। साथ ही विद्यालय में 2019 में जिले का पहला स्मार्ट क्लास (डिजिटल क्लास) की स्थापना का श्रेय रानीकर्णावाती जूनियर विद्यालय को है।

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