महराजगंज में स्कूल के विलय के बाद शिक्षिका से लिपटकर रोने लगे बच्चे, गेट खोलने की करने लगे मनुहार
School Merging case maharajganj
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। परिषदीय स्कूलों के विलय की प्रक्रिया के बीच सोमवार को एक कारुणिक मंजर देखने को मिला। परतावल के रुद्रपुर भलुही स्थित प्राथमिक विद्यालय का करनौती में विलय होने के बाद सोमवार को बच्चों और अभिभावकों की आंखें नम हो गईं।
जैसे ही सुबह बच्चे पढ़ने के लिए विद्यालय पहुंचे, उन्हें पता चला कि अब यहां पढ़ाई नहीं होगी। सभी को एक किलोमीटर दूर करनौती स्कूल जाना होगा। फिर क्या स्कूल में ताला लगा देख बच्चे अपनी शिक्षिका से लिपटकर रोने लगे। गेट खोलने की मनुहार करने लगे। कहने लगे कि वे यहीं पढ़ेंगे। स्कूल पढ़ने पहुंचे बच्चों ने जब गेट पर ताला लगा देखा तो वे तैनात अध्यापिका से लिपटकर रोने लगे।
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वहीं कुछ दिव्यांग बच्चों ने स्कूल का गेट खोलने की गुहार लगानी शुरू कर दी। विद्यालय प्रभारी कुसुमलता पांडेय ने बताया कि उनके विद्यालय पर सोलर लाइट और शौचालय की अच्छी व्यवस्था है। करनौती के प्राथमिक विद्यालय में शौचालय की व्यवस्था खराब है। खासतौर से दिव्यांग बच्चों के लिए कोई सुविधा नहीं है, जिससे उनके लिए पढ़ाई में मुश्किलें बढ़ जाएंगी। सहायक अध्यापक अमृता राय और शिक्षा मित्र रीना शर्मा को भी अब नए विलय स्कूल में ड्यूटी करने जाना है। इस अचानक हुए परिवर्तन से अभिभावकों में भी असमंजस की स्थिति है। ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक करनौती स्कूल में आवश्यक बुनियादी सुविधाएं नहीं विकसित हो जातीं, तब तक पुराने विद्यालय को चालू रखा जाए।
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