
परिश्रम
किसी भी कार्य को पूर्ण करने के लिए परिश्रम अनिवार्य है। बिना परिश्रम के सफलता हासिल करना अंसभव है। चाणक्य नीति के अनुसार विद्यार्थियों को सफलता हासिल करने के लिए कठोर परिश्रम करना चाहिए। इससे लक्ष्य की प्राप्ति के मार्ग खुलते हैं।

गुरु का सम्मान
चाणक्य के अनुसार विद्यार्थियों को हमेशा गुरु की बातों का मान रखना चाहिए। साथ ही प्रश्न उत्तर करने के साथ साथ जीवन की सीख भी अपने गुरु से ही लेनी चाहिए। हालांकि, विद्यार्थी ही नहीं हर व्यक्ति को अपने गुरु का सम्मान करना चाहिए।

लक्ष्य निर्धारित करें
मेहनत और परिश्रम करने के लिए किसी मार्ग का होना बेहद जरूरी है। चाणक्य के अनुसार विद्यार्थियों को हमेशा लक्ष्य को पूरा करने के लिए योजना बनानी चाहिए। साथ ही इसे गंभीरता से ले ताकि हर स्तर पर आने वाली समस्याओं का सामना आसानी से किया जा सके।

अनुशासन का पालन करें
सफलता प्राप्त करने के लिए विद्यार्थी को हमेशा अनुशासन का पालन करना चाहिए। किसी भी कार्यों को पूरा करने के लिए उचित सारणी बनानी चाहिए । खेल-कूद से लेकर पढ़ाई तक सभी कार्यों इसके अनुसार पूर्ण करें।

झूठ का सहारा न लें
चाणक्य के अनुसार विद्यार्थियों को कभी भी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए। झूठ आपके भविष्य के लिए हानिकारक होता है। साथ ही इससे आपके परिवार के सम्मान को भी ठेस पहुंचता है। इसलिए हमेशा अपने मन की बातों को स्पष्ट रूप से सामने रखें।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये खबर लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस खबर में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है
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