पढ़ाई के साथ बच्चों को हुनरमंद बनाने की तैयार
Ready to make children skilled through education
प्राथमिक स्तर के छात्रों के लिए लर्निंग बाई डूइंग (करके सीखने का) कार्यक्रम शुरू किया है। पहले चरण में 15 जिलों के नगरीय क्षेत्र के 60 विद्यालयों में व्यावसायिक हुनर सिखाने के लिए प्रयोगशालाएं स्थापित की गईं। इनमें तकनीकी अनुदेशक प्रशिक्षण दे रहे हैं।
दूसरे चरण में प्रदेश के 886 ब्लॉक के 1,772 विद्यालयों में इसे लागू किया जाएगा। इसमें उच्च प्राथमिक व कंपोजिट विद्यालय शामिल हैं। इसके लिए 88.60 करोड़ रुपये खर्च करके प्रयोगशालाएं तैयार की गई हैं। खास यह है कि अभी तक विद्यार्थियों को किसी एक ट्रेड में प्रशिक्षित किया जा रहा था। जबकि अब सभी छह ट्रेड का प्रशिक्षण दिया जाएगा