बताया जाता है कि अब तक मात्र 14 जिले ऐसे हैं जिनके सभी प्राइमरी स्कूलों में इस शैक्षिक सत्र में नाम लिखाने वाले बच्चों का सारा विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड है जबकि बाकी जिलों के नव प्रवेशित बच्चों का विवरण प्रेरणा पोर्टल पर फीड नहीं हो पाया है। इनमें से कुछ जिलों ने जो भी फीड किया है वह आधा-अधूरा है जिसे पूरा करने के लिए भी कई पत्र भेजे जा चुके हैं। जानकारों का कहना है कि प्रेरणा पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर ही अगले वर्ष के लिए बच्चों के ड्रेस, जूते-मोजे और बैग से लेकर पाठ्य पुस्तकों की व्यवस्था की जाती है। हर कैलेंडर वर्ष के अन्त तक इससे संबंधित सारा ब्योरा और उससे संबंधित सम्भावित बजट का आंकलन कर लिया जाता है लेकिन अबकी ऐसा नहीं हो सका है क्योंकि पोर्टल पर जानकारी अपडेट नहीं है।
नये प्रवेश पाने वाले बच्चों का विवरण पोर्टल पर डालना है अनिवार्य
जानकारों का कहना है कि प्राइमरी स्कूलों में नाम लिखवाने वाले प्रत्येक छात्रों का सारा डाटा मसलन नाम, पता, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि, आधार संख्या आदि प्रेरण पोर्टल पर फीड कराना अनिवार्य है। यह कार्य बच्चों के नामांकन के साथ ही अनवरत चलती रहती है लेकिन इस साल कई जिलों ने इस कार्य में भारी लापरवाही बरती है। सूत्र बताते हैं कि स्कूल महानिदेशक की चेतावनी के बाद कई जिलों में अवकाश के दिन भी स्कूलों से सारी जानकारी लेकर पोर्टल पर फीड करने का कार्य शुरू कर दिया गया है।
प्रदेश के 75 में से मात्र इन 14 जिलों के डाटा हैं अपडेट
अमेठी, कुशीनगर, बलरामपुर, अंबेडकर नगर, संत कबीर नगर, बहराइच, महाराजगंज, गोंडा, श्रावस्ती, सुलतानपुर, भदोही, सोनभद्र, फर्रुखाबाद, उन्नाव के नाम शामिल हैं।