न प्रश्नपत्र तैयार न कार्यक्रम, अचानक घोषित हुई अर्धवार्षिक परीक्षा
बाराबंकी। न प्रश्नपत्र तैयार हैं और न ही परीक्षा का कोई कार्यक्रम। अचानक बेसिक शिक्षा निदेशालय ने परिषदीय स्कूलों में परीक्षा कराने का आदेश जारी कर दिया है। परीक्षा 31 अक्टूबर से 10 नवंबर तक कराई जानी है।
ऐसे में परीक्षा टाइम टेबल व प्रश्नपत्र तैयार करा कर पेपर कराना शिक्षकों के लिए चुनौती बना हुआ है।
Half Yearly Examination |
एक दिन बीता अब नौ दिन बचे शेष : बीते 28 अक्टूबर को निदेशालय का आदेश जारी हुआ कि 31 से दस नवम्बर तक परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की अर्धवार्षिक परीक्षा कराना है। आदेश मिलते ही विभाग में हड़कम्प मच गया। क्योंकि इतनी जल्दी परीक्षा कराना संभव नहीं दिख रहा है। परीक्षाएं 31 अक्टूबर से 10 नवंबर तक कराने के आदेश दिये हैं। इसमें रविवार व देवा मेला का अवकाश भी रहेगा।
परीक्षा कार्यक्रम व प्रश्नपत्र बनाना चुनौती: शासन द्वारा परिषदीय विद्यालय में अचानक अर्धवार्षिक परीक्षाएं कराने के आदेश हड़कंप मच है। दस दिनों में ही सभी स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को कक्षा एक से आठ तक कक्षाओं के लिए परीक्षा कार्यक्रम तैयार करना होगा। इसके साथ ही सभी कक्षाओं लिए हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान आदि विषयों के प्रश्नपत्र भी तैयार किए जाने हैं। जिससे शिक्षक परेशान हैं। बीएसए संतोष कुमार देव पांडेय ने बताया कि अर्धवार्षिक परीक्षा विद्यालयों को अपने स्तर पर ही करानी हैं।
नहीं मिलेगा बजट: अर्धवार्षिक परीक्षा के लिए शासन ने आदेश तो दिया है। लेकिन प्रश्नपत्रों को छपवाने के लिए बजट नहीं दिया है। जिससे शिक्षक परेशान हैं। जिले में 2626 परिषदीय विद्यालय संचालित हैं। इनमें करीब चार लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। यह परीक्षा विद्यालय स्तर पर होगी। शिक्षकों ने बताया कि प्रश्नपत्र तो तैयार हो जाएगा लेकिन उनकी छायाप्रति कराने के लिए उन्हें अपनी जेब से ही पैसा खर्च करना होगा। विभाग द्वारा इसके लिए कोई बजट नहीं दिया गया है। जिसका बोझ शिक्षकों के जेब पर पड़ेगा। इसके साथ ही परीक्षा कराने के लिए समय भी बहुत कम दिया गया है।