परीक्षा में फ्रॉड रोकने के लिए CBSE का बड़ा कदम, होगा बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन
CBSE Exam: बोर्ड परीक्षाओं में फ्रॉड रोकने के लिए सीबीएसई बड़ी योजना पर काम कर रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार बोर्ड, परीक्षाओं में छात्रों का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन शुरू करेगा, जिससे अनुचित साधनों के उपयोग और गलत पहचान से बचा जा सके. बोर्ड की योजना है कि देशभर के 1500 परीक्षा केन्द्रों में इसे लागू किया जाए, जिसके दायरे में 17 लाख से अधिक स्टूडेंट्स आएंगे.
बोर्ड ने इसे लेकर एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें बोर्ड ने लिखा है कि "सीबीएसई देशभर में ऑफलाइन एवं ऑनलाइन मोड में परीक्षाएं आयोजित कराता है. ऐसे में परीक्षा के दौरान प्रति एग्जाम लगभग 1,200 से 1,500 परीक्षा केंद्रों पर बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन सेवाएं उपलब्ध कराई जानी हैं.'
ऐसे करेगा काम
डॉक्यूमेंट में बताया गया है कि बोर्ड इसके लिए पंजीकृत छात्रों के केन्द्र वाइज डाटा (जैसे की नाम, नंबर, फोटो, परीक्षा डिटेल) चयनित एजेंसी के साथ साझा करेगा. जिससे बाद में परीक्षा केन्द्र पर एंट्री के दौरान कैंडिडेट की फिंगर प्रिंट, फोटो और फैस मैचिंग से डाटा का मिलान किया जाएगा. इसके अलावा बोर्ड की योजना है कि रियल टाइम अटेंडेंस मॉनिटरिंग हो, जिसके तहत उम्मीदवार के एडमिट कार्ड पर रोल नंबर वाले क्यूआर कोड या बारकोड को स्कैन किया जाएगा, जिससे सीबीएसई द्वारा प्रदान किए गए डेटाबेस से उम्मीदवार के डिटेल को ऑटोमैटिक प्राप्त कर लिया जाएगा. जानकारी के अनुसार इन फैसलों पर जल्द ही फाइनल मुहर लग सकती है.