यूपी बोर्ड: कक्ष निरीक्षक का एक क्लिक पर मिलेगा डाटा, नहीं चलेगा फर्जीवाड़ा
यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार कक्ष निरीक्षक और केंद्र व्यवस्थापकों की ड्यूटी में किसी भी तरह का फर्जीवाड़ा रोकने के लिए बोर्ड ने बड़ा कदम उठाया है। अब सभी कर्मचारियों के आईकार्ड ऑनलाइन जारी किए जाएंगे और उन पर विशेष क्यूआर कोड दिया जाएगा।
यही क्यूआर कोड परीक्षा केंद्रों पर उनकी पहचान को एक क्लिक में सत्यापित करेगा। बोर्ड की ओर से बनाए गए इस सिस्टम में क्यूआर कोड स्कैन करते ही कक्ष निरीक्षक की पूरी जानकारी मोबाइल पर खुल जाएगी। इसमें उनका नाम, विद्यालय, पदस्थापन, किस परीक्षा केंद्र पर ड्यूटी लगी है, जैसी सभी जानकारियां शामिल होंगी। इससे परीक्षा केंद्रों पर गलत व्यक्ति के ड्यूटी पर पहुंचने की संभावना पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
प्रयागराज स्थित बोर्ड कार्यालय से ही सभी आईकार्ड जारी किए जा जाएंगे। इस बार 18 फरवरी से यूपी बोर्ड परीक्षा शुरू हो रही है इसके लिए जिले में 66 हजार से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत है। पिछली बार जिले में 90 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। नकल पर रोक लगाने के लिए बोर्ड ने निगरानी व्यवस्था को और मजबूत किया है। अधिकारियों का कहना है कि जिलेभर में सभी तैयारियां बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार की जा रही हैं। नए क्यूआर कोड आधारित आईकार्ड से परीक्षा प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी व सुरक्षित बनेगी। पोर्टल से ऑनलाइन डाउनलोड होंगे आइकार्ड सहारनपुर। डीआईओएस ने बताया कि इस बार कक्ष निरीक्षकों के आईकार्ड यूपी बोर्ड के पोर्टल से ही डाउनलोड किए जाएंगे। आईकार्ड सीधे प्रयागराज कार्यालय से जारी होंगे और परीक्षा से करीब दो सप्ताह पहले ऑनलाइन उपलब्ध करा दिए जाएंगे। प्रत्येक आईकार्ड पर क्यूआर कोड दिया जाएगा, जिसमें शिक्षक का पूरा डाटा दर्ज रहेगा। इसमें यह भी जानकारी होगी कि संबंधित शिक्षक की ड्यूटी किस केंद्र में लगाई गई है। बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों की अदला-बदली रोकने और फर्जीवाड़ा खत्म करने के लिए क्यूआर कोड को अनिवार्य किया गया है। वर्जन यूपी बोर्ड की परीक्षाएं पूरी पारदर्शिता और सुरक्षा के साथ कराई जाएंगी। कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों के आईकार्ड इस बार ऑनलाइन जारी किए जाएंगे, जिन पर क्यूआर कोड रहेगा। जिले में सभी तैयारियां यूपी बोर्ड की गाइडलाइन के अनुसार की जा रही है। -डॉ अरविंद कुमार पाठक, डीआइओएस
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