निजी पालिटेक्निक संस्थानों में हजारों सीटें रिक्त रहने की आशंकाओं के बीच 90 हजार रिक्त सीटों पर स्पाट काउंसिलिंग से मिलेगा मौका
लखनऊः प्रदेश के पालिटेक्निक संस्थानों में प्रवेश के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए अभी भरपूर अवसर बाकी है। 442 संस्थानों की 1,51,071 सीटों में से अब तक करीब 60 हजार सीटों पर ही प्रवेश हुआ है। 90 हजार से अधिक सीटें अब भी रिक्त हैं। इनमें सबसे ज्यादा सीटें निजी संस्थानों में खाली पड़ी हैं। अभी 21 अगस्त तक पांचवें चरण की काउंसिलिंग चल रही है। इसके बाद छठे चरण की काउंसिलिंग 22 अगस्त से और सातवें चरण की काउंसिलिंग छह सितंबर से होगी।
काउंसिलिंग के बाद भी यदि सीटें खाली रहती हैं, तो संस्थानों को स्पाट काउंसिलिंग के जरिये प्रवेश देने का मौका मिलेगा। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) ने पालिटेक्निक प्रवेश के लिए 15 सितंबर अंतिम समयसीमा तय की है। संस्थानों को 15 सितंबर तक प्रवेश लेने का अवसर मिलेगा। पिछले वर्ष सात चरण की काउंसिलिंग से 62,513 सीटों पर प्रवेश हुआ था।
इस बार प्राविधिक शिक्षा परिषद को उम्मीद है कि पिछली बार से अधिक विद्यार्थी दाखिला लेंगे। फिर भी निजी पालिटेक्निक संस्थानों में हजारों सीटें रिक्त रहने की आशंका बनी हुई है /
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