उच्च प्राथमिक, कंपोजिट , कस्तूरबा और पीएम श्री विद्यालयों छात्राओं को दिया जाएगा आत्मरक्षा का प्रशिक्षण, महीने में 24 दिन स्कूलों के व्यायाम शिक्षकों द्वारा दिया जाएगा प्रशिक्षण
बदमाशों से अपनी रक्षा करना है प्रशिक्षण का उद्देश्य
लखनऊ। सरकार अपर प्राइमरी की हर बालिका को अब रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिलाने जा रही है। यह प्रशिक्षण पीएमश्री विद्यालयों से लेकर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एवं परिषदीय अपर प्राइमरी स्कूलों की बालिकाओं को दिया जाए।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य यही है कि बच्चियां शोहदों व गुंडों-बदमाशों से स्वयं की रक्षा सकें। करीब तीन महीने के इस प्रशिक्षण में बालिकाओं को शारीरिक एवं मानसिक रूप से भी मजबूत मनाया जाएगा ताकि अचानक आई किसी मानवीय मुसीबतों का वे तत्काल मुकाबला कर सके।
इसके लिए जिलों में तैनात अनुदेशकों से लेकर व्यायाम शिक्षकों को इन बच्चियों को प्रतिदिन (अवकाश के दिनों को छोड़कर) प्रशिक्षण के लिए लगाया जा रहा है। महीने में 24 दिनों का यह प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा। सरकार ने इन अनुदेशकों व व्यायाम शिक्षकों को पिछले वर्ष से ही विशेष प्रशिक्षण दिलवाया है। विशेष रूप से प्रशिक्षित ये अनुदेशक एवं व्यायाम शिक्षक अब अगले माह से बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देंगे।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने जारी किया आदेश
स्कूल महानिदेशक कंच वर्मा की ओर से आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने के लिए सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बारे में आदेश जारी कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि अनुदेशकों व व्यायाम शिक्षकों को बालिकाओं के प्रशिक्षण के लिए अनुमन्य मानदेय की राशि जारी की जा रही है।
आत्मरक्षा के लिए सिखाए जाएंगे यह सब
इसके तहत जूडो, ताइक्वांडों, नानचाकू, मुष्ठी युद्ध, कराटे, कुंग फू, और आइकीडो जैसी शैलियां बच्चियों को सिखाया जाएगा। साथ ही प्रतिद्वंद्वी को ज़मीन पर पटकना या गिराना और उसे किक, मुक्के के बल पर नियंत्रित करने के साथ-साथ ग्रैपलिंग, जॉइंट लॉक, स्ट्रगल होल्ड या चोक से स्थिर या वश में करने के तकनीकों में भी पारंगत किया जाएगा।
बालिकाओं को दिया जाएगा प्रमाण पत्र
आत्मरक्षा प्रशिक्षण पाने वाली प्रत्येक बालिकाओं को विद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं एसएमसी (विद्यालय प्रबन्ध समिति) के अध्यक्ष की ओर से हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। इस प्रमाणपत्र के भविष्य के लिए अन्य उपयोगों पर भी विचार किया जा रहा है।
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