Ticker

10/recent/ticker-posts

Header Ads Widget

14 स्कूलों के विलय पर विधायक और 20 पर शिक्षक संगठन को आपत्ति Merging matter of schools

14 स्कूलों के विलय पर विधायक और 20 पर शिक्षक संगठन को आपत्ति

गोंडा। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में 18 जुलाई से शुरू होने वाली प्रथम सत्र परीक्षा टाल दी गई है। अब यह परीक्षा 25 से 30 अगस्त के बीच होगी। मगर जिले में विलय किए गए स्कूलों पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

आरोप है कि अधिकारियों ने बिना किसी जांच पड़ताल के ही विलय विद्यालयों की सूची जारी कर दी। ऐसे में तरबगंज विधायक ने 14 और प्राथमिक शिक्षक संघ ने 20 स्कूलों के विलय पर आपत्ति दर्ज कराई है।
तरबगंज विधायक प्रेम नारायन पांडेय ने डीएम को लिखे गए पत्र में बताया कि सिर्फ उनके क्षेत्र में ही 14 स्कूलों को मानकों के विपरीत विलय किया गया। बच्चों को स्कूल तक पहुंचने के लिए बांध व हाईवे पार करने के साथ ही लंबी दूरी तय करनी पड़ेगी। एक किलोमीटर से अधिक दूरी और 50 बच्चों से अधिक नामांकन वाले विद्यालयों का भी विलय किया गया। विधायक ने डीएम से छात्रहित में विलय के 14 आदेश निरस्त करने का अनुरोध किया है।


वहीं, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय कुमार तिवारी ने बीएसए को पत्र लिखकर 20 स्कूलों के विलय पर आपत्ति दर्ज कराई। प्रारंभिक तौर पर 20 ऐसे स्कूलों को विलय किया गया, जहां गांव के बच्चों का पहुंचना मुश्किल होगा। विनय के मुताबिक सरकार की ओर से निर्धारित मानकों के आधार पर स्कूलों का विलय नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों से विलय किए गए स्कूलों की फिर से जांच कराने का अनुरोध किया है।
बीएसए अतुल कुमार तिवारी का कहना है कि बाकी बचे स्कूलों के विलय की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी जाएगी।

लापरवाही से प्रभावित हो रही पढ़ाई
अधिकारियों की लापरवाही का आलम यह है कि विलय की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। बिना भौगोलिक स्थिति की जांच किए ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्कूलों का विलय कर दिया गया है। जहां न तो बच्चे जाना चाहते हैं और न ही अभिभावक उन्हें भेजना चाहते हैं।

Post a Comment

0 Comments