बार-बार बेपटरी हो रहा तबादलों का कैलेंडर, बेसिक शिक्षकों के तबादलों के लिए तीन बार जारी किया गया टाइम टेबल, अभी तक डेढ़ दर्जन जिलों ने ही जारी की सरप्लस शिक्षकों की लिस्ट
लखनऊ । बेसिक शिक्षकों के अंतःजनपदीय तबादलों और समायोजन का कैलेंडर पटरी से उतरता जा रहा है। तबादलों के लिए तीसरी बार जारी टाइम टेबल भी जटिलताओं में फंस गया है। सभी जिलों को रविवार तक सरप्लस शिक्षकों की लिस्ट अपलोड करने के निर्देश दिए गए थे। अभी तक डेढ़ दर्जन जिलों ने ही लिस्ट जारी की है। इसमें भी अभी छात्र संख्या में संशोधन का पेच फंसा हुआ है। प्रदेश के 3,200 से ज्यादा स्कूलों की छात्र संख्या पर विभाग के अधिकारियों को संदेह है। उसकी जांच कर संशोधन करने के निर्देश दिए गए हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग ने दो महीने पहले अंतःजनपदीय तबादलों और समायोजन के निर्देश जारी किए थे। उसके बाद उसका टाइम टेबल भी जारी किया था। इसमें 19 जुलाई तक तबादले पूरे कर लेने थे लेकिन प्रक्रिया टाइम टेबल जारी करने से आगे नहीं बढ़ सकी। उसके बाद दूसरी बार कैलेंडर जारी किया और फिर तीसरी बार ऐसा ही हुआ। ताजा टाइम टेबल के अनुसार 11 सितंबर तक प्रक्रिया पूरी करनी है और 17 अगस्त तक सभी जिलों को को सरप्लस शिक्षकों की लिस्ट जारी करनी थी। ज्यादातर जिले वह लिस्ट भी अभी तक जारी नहीं कर सके हैं।
कहां फंस रहा है पेच
सरप्लस शिक्षक तय करने के लिए स्कूलों की छात्र संख्या को आधार बनाया जाना है। प्रति 30 बच्चों पर एक शिक्षक का प्रावधान है। जहां 60 बच्चे होंगे वहां दो और 90 बच्चे होंगे वहां तीन शिक्षक रह सकते हैं। इसी के लिए विभाग के अफसरों ने जब पोर्टल पर बच्चों की संख्या जांची तो उस पर संदेह हुआ। करीब 3200 से ज्यादा स्कूल ऐसे निकले, जिनमें छात्र संख्या 61, 91, 121 या 151 दिखाई गई है। विभाग को संदेह हुआ कि शिक्षक हटाए न जाएं इसलिए यह खेल किया गया है। इसकी जांच कर संशोधित आदेश बीएसए ने दिए है। अभी ज्यादातर जिले यह संशोधन नहीं कर पाए है। यदि बिना संशोधन के सरप्लस की लिस्ट जारी की गई है तो वह भी बदलनी पड़ेगी।