151 स्कूल बनेंगे स्मार्ट उपकरण आने शुरू, एक-एक स्कूल पर खर्च होंगे दो लाख 40 हजार रुपये
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जिले में 893 प्राथमकि, पूर्व माध्यमिक, कंपोजिट और पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। ऑपरेशन कायाकल्प सहित अन्य योजनाओं से परिषदीय विद्यालयों को निजी स्कूलों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है।
कोरोना काल में विद्यालय बंद होने से आनलाइन पढ़ाई शुरू की गई। इसके बाद डिजिटल इंडिया मुहिम के तहत विद्यालयों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। वर्ष 2023 में *51 विद्यालयों को स्मार्ट बनाने की वीकृति मिली, लेकिन अब विद्यालयों में जरूरी उपकरण की आपूर्ति शुरू हो गई है। इसमें पांच कस्तूरबा विद्यालयों के साथ 200 से अधिक छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को जोड़ा गया है।
इसके संचालन के लिए एलईडी टीवी, प्रोजेक्टर, इनवर्टर की खरीदारी के बाद आपूर्ति शुरू हो गई है। नए शिक्षा सत्र से विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू करने की कवायद भी विभाग ने शुरू कर दी है। इसमें भदोही ब्लॉक में 43,
ज्ञानपुर में 42, औराई में 24, भदोही नगर में दो, अभोली में नौ, डीघ में 12 और सुरियावां में 19 विद्यालयों का चयन किया गया है। एक-एक स्कूल पर दो लाख 40 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि 151 विद्यालयों का चयन स्मार्ट क्लास चलाने के लिए हुआ है। अब उपकरण की आपूर्ति की जा रही है। बताया कि नए शिक्षा सत्र से स्मार्ट क्लास में पढ़ाई शुरू हो जाएगी।