परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के समायोजन से शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ने की उम्मीद
पिछले करी 20 वर्षों से बेसिक शिक्षा विभाग में जिले के भीतर समायोजन की प्रक्रिया पूरी नहीं की जा सकी है। इस कारण विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के अनुपात में शिक्षकों का बेतरतीब आवंटन की शिकायत होती रहती है। जिले के दो हजार से अधिक विद्यालयों में सैकड़ों स्कूल या तो एकल हैं या बंद की स्थिति में पहुंच गए हैं। शिक्षकों के गैर जनपद स्थानांतरण तथा उनके सेवानिवृत्ति के पश्चात विभिन्न विद्यालय या तो अन्य शिक्षकों को संबद्ध करके या केवल शिक्षामित्र के सहारे संचालित हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में जिले के भीतर समायोजन होने से जहां बंद और एकल स्कूलों में नए शिक्षक मिल सकेंगे वहीं छात्र-छात्राओं के अनुपात में शिक्षक मिलने से बच्चों को गुणवत्ता पर शिक्षा भी मिल सकेगी।
शहर के आसपास के विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुपात में बहुत अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं दूरदराज के गांवों में छात्र-छात्राओं की संख्या तो अधिक है, लेकिन शिक्षक नाममात्र के हैं। इसी व्यवस्था को सही करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से समायोजन प्रक्रिया शुरू की जा रही है। जनपद में बहुत से ऐसे शिक्षक हैं जो अपने घरों से 50 से 60 किमी की दूरी पर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे शिक्षकों को भी समायोजन की प्रक्रिया से लाभ होगा।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए सत्र की तैयारी के क्रम में यह समायोजन प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। सचिव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वह समायोजन से पूर्व मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों के सारे विवरण को शुद्ध करा लें जिससे कि मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से समायोजन प्रक्रिया पूरी हो सके और जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे लगभग 2 लाख बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
जनपद के भीतर शिक्षकों के समायोजन के निर्देश प्राप्त हुए हैं। समायोजन के लिए मानव संपदा पोर्टल का डाटा अपडेट किया जा रहा है। आगे जैसे भी दिशानिर्देश प्राप्त होंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
-अनूप कुमार, बीएसए
शहर के आसपास के विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुपात में बहुत अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। वहीं दूरदराज के गांवों में छात्र-छात्राओं की संख्या तो अधिक है, लेकिन शिक्षक नाममात्र के हैं। इसी व्यवस्था को सही करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से समायोजन प्रक्रिया शुरू की जा रही है। जनपद में बहुत से ऐसे शिक्षक हैं जो अपने घरों से 50 से 60 किमी की दूरी पर सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे शिक्षकों को भी समायोजन की प्रक्रिया से लाभ होगा।
सचिव बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए सत्र की तैयारी के क्रम में यह समायोजन प्रक्रिया पूर्ण की जा रही है। सचिव ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि वह समायोजन से पूर्व मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों के सारे विवरण को शुद्ध करा लें जिससे कि मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से समायोजन प्रक्रिया पूरी हो सके और जिले के परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे लगभग 2 लाख बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
जनपद के भीतर शिक्षकों के समायोजन के निर्देश प्राप्त हुए हैं। समायोजन के लिए मानव संपदा पोर्टल का डाटा अपडेट किया जा रहा है। आगे जैसे भी दिशानिर्देश प्राप्त होंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
-अनूप कुमार, बीएसए