शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन इसी माह
Formation of Education Service Selection Commission this month
-उच्च शिक्षा विभाग के पास आए हैं 900 से ज्यादा आवेदन
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का विधिवत गठन इस माह हो जाने की पूरी संभावना है। आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों के चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
सभी पदों के लिए उच्च शिक्षा विभाग के पास 900 से ज्यादा आवेदन आए हैं। चयन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित सर्च कमेटी की बैठक जल्द ही होने वाली है। सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शिक्षकों के रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है।
शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने 22 दिसंबर 2023 को आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य के 12 पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन पत्र (बायोडाटा सहित) निर्धारित प्रारूप पर आमंत्रित किया था। अध्यक्ष पद के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रमुख सचिव स्तर के वर्तमान या निवर्तमान अफसर, विश्वविद्यालय के कुलपति या पूर्व कुलपति या प्रोफेसर के रूप में 10 वर्ष का अनुभव एवं तीन वर्ष का प्रशासनिक अनुभव रखने वाले शिक्षक अर्ह हैं।
सूत्रों के अनुसार, अध्यक्ष पद के लिए प्रमुख सचिव व अपर मुख्य सचिव रैंक से सेवानिवृत्त हुए कई आईएएस अफसरों के अलावा कई पूर्व कुलपतियों ने भी दावेदारी की है। सदस्य के 12 पदों में से छह पद शिक्षाविदों के लिए हैं, जबकि छह पदों पर शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक स्तर के वर्तमान या सेवानिवृत्त अफसरों की नियुक्ति की जाएगी।
सर्च कमेटी द्वारा अध्यक्ष एवं सदस्यों के नाम का पैनल संस्तुति के साथ अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री के पास भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री के अनुमोदन के बाद उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नियुक्ति आदेश जारी किए जाएंगे। अध्यक्ष एवं सदस्यों का चयन होने के बाद आयोग के सचिव व परीक्षा नियंत्रक समेत अन्य प्रशासनिक पदों पर तैनाती की जाएगी। तृतीय श्रेणी के पद पूर्व के दोनों आयोगों के कर्मचारियों के स्थानान्तरण से भरे जाएंगे।
यह आयोग उत्तर प्रदेश माध्यमिक सेवा चयन बोर्ड और उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की जगह लेगा। यह आयोग माध्यमिक व उच्च शिक्षा के साथ-साथ बेसिक व व्यावसायिक शिक्षा और सहायता प्राप्त अल्पसंख्यक कॉलेजों में शिक्षकों की भर्ती के लिए भी परीक्षा आयोजित करेगा। इसका मुख्यालय प्रयागराज में होगा।