Principal Duty In School स्कूल में बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे प्रधानाध्यापक

स्कूल में बच्चों के स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे प्रधानाध्यापक
जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी नोडल अधिकारी के रूप में विद्यालय के प्रधानाध्यापक करेंगे। मौसम में बदलाव के साथ फैल रही संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए हर बच्चे पर नजर रखी जाएदी। खासकर इस मौसम में डेंगू का संक्रमण बढ़ने की संभावना रहती है। डीएम और सीएमओ ने इसके लिए गाइड लाइन जारी किया है कि क्या करें, क्या न करें।


प्रधानाध्यापक को निर्देश दिया गया है कि यदि किसी बच्चे की तबीयत खराब होती है तो वह उसकी निगरानी करते हुए उसका इलाज कराएं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि सभी परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई कर रहे छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी स्कूल के प्रधानाध्यापक करेंगे। जिले में 2807 परिषदीय विद्यालयों का संचालन हो रहा है। इसमें 1930 प्राथमिक विद्यालय, 411 उच्च प्राथमिक और 466 कंपोजिट विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में करीब चार
विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए प्रधानाध्यापक को नोडल अधिकारी बनाया गया है। छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बच्चों की निगरानी की जा रही है। - डा. गोरखनाथ पटेल, बीएसए जौनपुर

लाख छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शासन ने इन छात्रों के स्वास्थ्य की निगरानी करने का निर्देश विद्यालयों को दिया गया है।

विद्यालय परिसर में रखें सफाई

जौनपुर । स्वास्थ्य विभाग का निर्देश है कि स्कूल परिसर में सफाई नियमित रूप से की जाए। बच्चे फुलबाह की शर्ट पहनकर आएं, विद्यालयों में दवा का छिड़काव कराया जाए, स्कूल परिसर में किसी स्थान पर पानी जमा न होने दिया जाए। बच्चों को जूता-मोजा पहनकर आने के लिए कहा जाए। स्कूल परिसर में किसी भी स्थान पर कचरा एकत्रित न होने दें।

Post a Comment

Previous Post Next Post