संचारी रोगों से बचाव के लिए अब प्रत्येक स्कूल में एक अध्यापक को बनाया जायेगा नोडल
लखनऊ : संचारी रोगों से बचाव के लिए अब प्रत्येक स्कूल में एक स्वास्थ्य नोडल अध्यापक होगा। यह अध्यापक शिक्षक विद्यार्थियों को डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया इत्यादि से बचाव के लिए जागरूक करेगा।
स्वास्थ्य नोडल अध्यापक समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर बीमारियों से बचाव के उपाय भी बताएगा। इतना ही नहीं विभिन्न कक्षाओं में शिक्षक वाट्सएप ग्रुप बनाकर अभिभावकों को उससे जोड़ेंगे और समय-समय पर उन्हें जागरूक करने के लिए वीडियो भेजेंगे। आनलाइन मीटिंग के माध्यम से भी उन्हें सतर्क करेंगे। किसी स्कूल में कई छात्र बुखार से पीड़ित हैं तो स्वास्थ्य नोडल अध्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से डाक्टर को बुलाकर उनका उपचार कराना सुनिश्चित करेगा ।
बेसिक शिक्षा निदेशक डा. महेन्द्र देव की ओर से सभी जिलों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तीन अक्टूबर से शुरू हो रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में बेसिक शिक्षा विभाग भी अपनी सक्रिय भूमिका निभाए। परिषदीय स्कूलों व निजी स्कूलों में गतिविधियां आयोजित हों इसे सुनिश्चित किया जाए। समय-समय पर स्कूलों की शिक्षाधिकारी जांच भी करें। विद्यार्थी फुल पैंट व शर्ट पहनकर ही स्कूल आएं।
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