Teachers transfer in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार ने अपने लाखों टीचर्स (सरकारी शिक्षकों) को बड़ी राहत मुहैया कराई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी सरकार ने इस संदर्भ में रास्ता खोलने के साथ अपनी नीति भी जारी की है। यही नहीं, बेसिक शिक्षा परिषद ने सभी बीएसए को आठ जून से इस बाबत पोर्टल खोलकर सारी तैयारियां करने के लिए निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से शनिवार को आदेश जारी किया गया।
- नियमित शिक्षिका के लिए दो साल और शिक्षक के लिए पांच साल की सेवा अवधि अनिवार्य रहेगा
- स्वीकृत पद के मुकाबले 30 अप्रैल, 2023 तक काम करने वाले टीचर्स की संख्या के 10 फीसदी की अधिकतम सीमा तक अंतर्जनपदीय तबादले होंगे
ऐसे में लगभग तीन साल टीचर्स अपनी मनचाही लोकेशंस पर तैनाती हासिल कर सकेंगे। रोचक बात है कि इससे पहले साल 2019-20 में अंतर्जनपदीय तबादले हुए थे, जिसके बाद से सूबे के सरकारी शिक्षकों को ट्रांसफर की आस थी। आंकड़ों के अनुसार, ऐसे शिक्षकों की संख्या पांच लाख 20 हजार के आसपास है।