वैसे पूरे प्रदेश में प्रयागराज और आजमगढ़ को छोड़ दें तो सभी जिलों की स्थिति कमोबेश एक जैसी है। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए 31 मई तक आवेदन किए गए थे। इससे पहले कई बार बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने अपने स्तर से आवेदन कराने के लिए प्रयास किए। पर शिक्षकों में इसे लेकर जागरूकता नहीं आई। जिन शिक्षकों ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किए हैं उनमें से तीन शिक्षकों को चयनित कर पैनल बनाया जाएगा।
40 हजार शिक्षक, आवेदन मात्र 64
कानपुर नगर के अतिरिक्त कानपुर देहात में 7000 शिक्षकों में 13, कन्नौज में 5000 में 06, औरैया में 5000 में 09, इटावा में 6000 में 09 और फर्रुखाबाद में 6000 में 08 ने ही आवेदन किया। इस तरह करीब 40 हजार शिक्षकों में मात्र 64 आवेदन आए। जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि ऐसा नहीं है कि शिक्षक योग्य नहीं हैं। पर उनके पास शिक्षण के अतिरिक्त कार्य अधिक हैं। जिस समय आवेदन मांगे जा रहे थे, तो वे अत्यधिक व्यस्त थे। इसके लिए 16 अप्रैल से आवेदन मांगे गए थे। निकाय चुनाव के दौरान ड्यूटी व अन्य सर्वे के कार्यों में इनकी व्यस्तता अधिक थी। बीएसए सुरजीत सिंह के मुताबिक शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। 30 जून तक तीन-तीन का पैनल बनाया जाना है। राज्य पैनल चयन करेगा। अगले सत्र से शिक्षकों को जागरूक कर आवेदन के लिए तैयार किया जाएगा।
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